या अली रहम अली
या अली यार पे कुरबां है सभी
या अली मदद अली
या अली ये मेरी जां ये जिन्दगी
इश्क पे हाँ मिटा दूं लुटा दूं
मैं अपनी खुदी
यार पे हाँ लुटा दूँ मिटा दूँ
मैं ये हस्ती
या अली रहम अली
या अली यार पे कुरबां है सभी
या अली मदद अली
या अली ये मेरी जां ये ज़िंदगी
मुझे कुछ पल दे पुर्वत के
फकी हम तेरी चाहत के
रहे बेचैन दिल कब तक
मिलें कुछ पल तो राहत के
चाहत पे इश्क पे हां मिटा दूं लुटा दूं
मैं अपनी खुदी
यार पे हाँ लुटा दूँ मिटा दूँ
मैं ये हस्ती
या अली रहम अली
या अली यार पे कुर्बान है सभी
या अली मदद अली
या अली ये मेरी जां ये जिन्दगी
बिना तेरे ना इक पल हो, ना बिन तेरे कभी कल हो
ये दिल बन जाये पत्थर का, ना इसमें कोई हलचल हो
सनम पे हां इश्क पे हां मिटा दूं लुटा दूं
मैं अपनी खुदी
क़सम से हां लुटा दूं मिटा दूं
मैं ये हस्ती
या अली रहम अली
या अली यार पे कुर्बान है सभी
या अली मदद अली
या अली ये मेरी जां ये जिन्दगी
Tuesday, May 22, 2007
ya ali - gangster
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment